Hindi . हिन्दी

CLOTHES HAVE "NO" GENDER . ISN'T IT ???

Jun 24, 2025

Back to blogs

#Gender-Equality #Constitutional_Right #Youth

CLOTHES HAVE "NO" GENDER . ISN'T IT ???

एक स$ची कहानी से श.ुआत करत हे 2 ........

"Clothes Have No Gender" नामक Campaign का नाम सनु ा हैआपने ? WhatsApp University के बेबनु याद: ;ान और कुतक= > सेथोड़ा ऊपर उठ कर सच तलाशनेकF कोGशश करHगे तो हमH पता चलेगा Jक – कुछ वष= पहले 27, October 2020 को Zपेन के एक शहर Bilbao

मHएक प.ुष छा_ को Zकूल सेइसGलए bनकाल cदया गया dयJ

ूँक उसनेZकट= (Skirt) (माkयता

के आधार पर मcहला के कपड़)े पहन कर Zकूल मH दाmखल हो गया था.

Zकूल से bनकाले गए उस छा_ के समथन= मH Zकूल के आधे से अpधक छा_ भी Zकट=

(Skirt) पहन कर Zकूल आ गए. हद तो तब हो गयी जब Zकूल के एक प.ुष Gशsक ने भी

Zकट= (Skirt) पहन कर उस छा_ के समथन= मH उतर गए और Zकूल tशासन का uवरोध करने

लगे. देखते ह: देखते"Clothes Have No Gender" नामक मc

ुहम (Campaign) कF

श.ुआत परुे Zपेन मH होने लगी और इसका समथन= इं|लेड के सड़क> पर भी cदखने लगा.

लड़क> ~वारा Zकट= पहनने कF घटना पर वहाँ रहने वाले अkय Jकसी समदुाय के लड़क>

ने Zकट= पहनने का न तो समथ=न Jकया और न ह: Zकूल tशासन कF तरफ़दार: करते हु

‘समान नागÇरक संcहता’ एवं bनयम> का हवाला देने मH जटु गए ।

परंतुधम=bनरपेsता / पंथbनरपेsता को अपनेसंuवधान कF tZतावना (आÜमा) मHGलखने

वाले देश Zकूल के dलास से लेकर सड़क एवं सेGमनर> तक cहजाब के uवरोध मH न के वल

नारेबंद: करते ह2बिàक इसे लड़Jकय> के uपछड़ापन से जोड़ने कF परुज़ोर कोGशश मH सड़क से

लेकर ट:वी ZäFन तक pचàलाते रहते ह2।

नकारतमकता कF tकाãठा को पीछे छोड़ते हु

ए हमारे देश मH cहजाब के uवरोध को लेकर भगवा

गमछा लहराया तो Jकसी ने धाGम=क नारे के सहारे सामने वाले को डराने और धमकाने कF

कोGशश कF । हमारे देश को भगवा गमछे या धाGम=क नारे से cदdकत नह: है मगर वो गमछे

और नारे इ$छा से नह: बिàक Jकसी को डराने धमकाने और Jकसी कF bनजी Zवतं_ता को

समाåत करने के Gलए लगाए गए थे, जो çयिdत uवरोधी होने के साथ-साथ नैbतक और

संवैधाbनक èिãटकोण से भी इस देश के uवरोधी ह2.

जो यवु ा उkमाद मH अधं े हो कर, भगवा लगा कर cहजाब का uवरोध करते Jफरते ह2,

उनके माता-uपता को भले ह: आज अपने ब$च> पर गव= हो रहा होगा, पर उन अGभभावक> ने

अपनी अगल: पीढ़: को धाGमक= कìटरता का Zवाद बड़ी ह: ख़बू सरूती से ïाkZफ़र कर cदया

है. उkहH लगता है Jक - उनके ब$चे देश बदलने का साहGसक काय= कर रहे ह2, पर वो भलू रहे

ह2Jक – WhatsApp यb

ूनवGसट= : के कुतकñ से उनके ब$च> के çयवहार मH जो ज़हर घोला जा

रहा है, उसका डकं पलटकर उkहH ह: Gमलेगा और उसका दंश परे ू देश को झेलना होग ।

हमारा देश एक लोकतांò_क देश है जो संuवधान के bनयम> से चलता है, िजसमH क़ाननू

बनाने और उसमH सधु ार करने के Gलए जनता अपने वोट के ताक़त से uवधाbयका को चनु ती

है. उस क़ाननू के आधार पर दोषी को सज़ा सनु ाने या bनदñष को kयाय देने का फ़ैसला

kयायपाGलका करती है, और उस फ़ैसले को ज़मीनी Zतर पर लागु करने का काय= कF

िज़öमेदर: काय=पाGलका के हाथ> मH होती है ।

हमारे देश मH धम= के नाम पर कुछ तथाकpथत ठेकेदार> ने धम=तं_, भीड़तं_, अराजकतं_,

मनमानीतं_ के माõयम से लोकतं_ कF जड़ो को लगातार cहलाने का tयास कर रहे ह2, और

इस tयास के Gलए उन सफ़ेदपोश गं

डो ने देश के कमठ = यवु ाओं को चनु ा है. इनकF कमठता =

को नकारतमकता कF तरफ़ ले जाने के Gलए कभी धम=, फ़ज़ù राãïभिdत, जाbत, सötदाय तो

कभी sे_ीयता का ज़हर घोलते रहते ह2. कह:ं ऐसा न हो, देश के यवु ाओं कF ऊजा= को ग़लत

cदशा देने वाले मàुक के वल राजनीbतक जमु ल> मH ह: uव†वगु

. के सपने संजो रहा हो.

नफ़रत कF राजनीbत :- (Politics of hate will turn our children towards crime)

इस देश के यवु ाओं को इस तरह cदग¢Gमत (Astray) Jकया जा रहा है Jक - यcद

Jकसी पंजाबी सरदार जी कF पगड़ी का अपमान Jकसी अkय देश या Jफ़àम मH भी होता हैतो

सारा देश इसे देश कF इ¶ज़त और अिZमता से जोड़ कर एक साथ आवाज उठाते ह2. सरकार:

Zकूल> मH सरZवती वंदना एवं सरZवती पजू ा होने मH व;ै ाbनक èिãटकोण को Jकनारे रख कर

इसे आZथा से जोड़ कर देखा जाता है पर मसु लामन Zकूल एवं कॉलेज जाती हु

ए लड़कF के

cहजाब लगा लेने से देश के तथाकpथत धम=bनरपेs लोग> को cदdकत होने लगती है. इसी देश

मH cदगöबर जनै òबना वZ_ के रह सकते ह2, †वेताöबर जनै परू: िज़ंदगी सफ़ेद कपड़े मH रह

सकते ह2, योगी आcदÜयनाथ भगवा वZ_ मH रा®य का सबसे सवñचय संवधै ाbनक पद संभाल

सकत हे 2, बस मसु लमान लड़कF cहज़ाब नह: पहन सकती है.

अगर Jकसी को लगता है Jक - नफ़रत कF राजनीbत और यवु ाओं के cदमाग़ मH ज़हर

घोलने से Jकसी एक समदुाय, सötदाय या धम= के यवु ा बबा=द हो जाएँगे तो उkहH .क कर,

ठहर कर पनु uवच= ार करते हु

ए ‘राहत-इंदोर: साहब’ कF इस दो पंिdत को बार-बार पढ़ना चाcहए

लगेगी आग तो आएँगे घर कई जद मD,

यहाँ पे Jसफ़M हमारा मकाँ थोड़ी है.......

Dr. Mohammad Ali

Assistant Professor

Patliputra University, Patna

Mobile : 9334302001

Email :- ali2011pf@gmail.com

written by

DR Mohammad Ali

Ready to elevate
your impact?

Ready to elevate
your impact?

Rooted in Local Wisdom,
Designed for Global Impact.

© 2025 Studio 1947. All rights reserved.